
महिलाओं में सुंदर दिखने की ललक सदैव रही है किंतु बढ़ रही महंगाई के दौर में श्रृंगार व सजने-संवरने के प्रसाधनों की कीमत में भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई...
महिलाओं में सुंदर दिखने की ललक सदैव रही है किंतु बढ़ रही महंगाई के दौर में श्रृंगार व सजने-संवरने के प्रसाधनों की कीमत में भी अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। अब श्रृंगार के सामान की दुकान मध्यमवर्गीय परिवारों की पहुंच से दूर होती जा रही है।
ऐसी विषम आर्थिक स्थिति में महंगी क्रीम व अन्य प्रसाधनों को खरीदना मध्यमवर्गीय महिलाओं के बस की बात नहीं। फिर भी आप निराश न होइये। आज बाजार में बालों को काला, घना, मुलायम और लंबा करने हेतु कई तरह की क्रीम, शैम्पू व हेयर पैक उपलब्ध हैं लेकिन उक्त सामान के बजाय यदि आप सप्ताह में एक बार मेंहदी लगा लें तो ये तमाम हेयर पैक शैम्पू व अन्य महंगे प्रसाधनों को मात दे देंगे। मेंहदी का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है।
- यदि आप रूसी से परेशान हैं तो दो चम्मच सरसों के तेल में दो नींबू निचोड़कर सिर में मालिश करने पर रूसी से निजात पा सकते हैं।
- यदि आपके बाल रूखे हैं तो बालों में शहद मिलाकर आधा घंटा छोड़ देने पर फिर धोने पर बालों में स्वाभाविक चमक आ जाती है।
- अगर आप चेहरे की क्लीनिंग करना चाहती हैं तो कच्चे दूध से अपने चेहरे को अच्छी तरह हल्के हाथों से मालिश करने के पश्चात् आधे घंटे में धो लीजिए। आपका चेहरा चमक उठेगा।
- यदि आपकी त्वचा तैलीय है तो टमाटर को काटकर उसके गूदे से चेहरे की कुछ समय मालिश करें। आप पाएंगे कि आपका चेहरा तेलमुक्त हो गया है।
- आप नहाते व़क्त साबुन के बदले चोकर युक्त आटा जो मोटा हो, व दूध का पेस्ट बनाकर प्रयोग में लाएं। इससे आप की त्वचा साफ रहेगी। रूखी त्वचा को आप दूध-मलाई से भी साफ रख सकते हैं।
- पानी, आंशिक मात्रा में तेल के साथ दो बड़े चम्मच बेसन व एक छोटा चम्मच हल्दी मिलाकर उबटन तैयार कीजिए, और स्नान से पहले व्यवहार में लाइये। आपका चेहरा खिला उठेगा।
-आलू के पतले-पतले गोल टुकड़े काटकर आंखों के नीचे मलने से आंखों के नीचे पडऩे वाले काले घेरे दूर हो जाएंगे।
- अक्सर हाथों व पैरों का खुला भाग अपना रंग खो देता है। यथासंभव धूप से बचें नहीं तो ढंककर रखिए। ड्राइविंग के वक्त हैंड ग्लव्स का प्रयोग कीजिए।
विदित हो कि उपरोक्त श्रृंगार का सामान बाजारू नहीं, प्राय: रसोई में नित्य प्रयोग में लाएं जाने वाली वस्तुएं हैं। इनको प्रयोग में लाइये व खूबसूरत बनिए।
- विष्णुदेव मंडल