
मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी में बुधवार को पार्टी हाईकमान द्वारा एक बडा उलटफेर कर दिया गया। इसमें जिलाध्यक्ष व नगराध्यक्ष को उनके पद से हटाते हुए नये...
मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी में बुधवार को पार्टी हाईकमान द्वारा एक बडा उलटफेर कर दिया गया। इसमें जिलाध्यक्ष व नगराध्यक्ष को उनके पद से हटाते हुए नये जिलाध्यक्ष की घोषणा कर दी गयी। इस सब घटनाक्रम के पीछे एक सप्ताह पूर्व नगर के एक होटल में जिलाध्यक्ष व नगराध्यक्ष के बीच हुई गर्मा-गर्म बहसबाजी को मुख्य वजह माना जा रहा है। इस मामले में पार्टी हाईकमान द्वारा इतना शीघ्र एक्शन लिया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।
समाजवादी पार्टी में जिलाध्यक्ष श्यामलाल बच्ची सैनी व नगराध्यक्ष राशिद सिद्दीकी के बीच काफी समय से तनातनी चली आ रही थी। यह तनातनी 22 अक्टूबर को नगर के एक होटल में स्थानीय नगर निकाय चुनाव में टिकटों के बंटवारे को लेकर आयोजित बैठक में खुलकर सामने आयी। दोनों में बात इतनी बढ गई थी कि यह पार्टी हाईकमान तक जा पहुंची थी। इस बारे में पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाईकमान ने इस विषय में तुरन्त ही एक्शन लेते हुए दोनों को उनके पद से हटा दिया था, लेकिन इसकी विधिवत घोषणा नहीं की गई थी और बनाये गये जिलाध्यक्ष गौरव स्वरूप के भी नाम पर उसी दिन मोहर लगा दी गई थी। इसे भी सार्वजनिक नहीं किया गया था। सूत्रों का कहना था कि घटे घटनाक्रम को देखते हुए पार्टी हाईकमान द्वारा जिलाध्यक्ष घोषित करने की जिम्मेदारी पार्टी के युवा नेता चन्दन चौहान को सौंपी गई थी। उन्हीं की संस्तुति पर गौरव स्वरूप के नाम पर मोहर लगाई गई। आज गौरव स्वरूप के नाम की घोषणा होते ही जहां एक ओर बच्ची सैनी समर्थकों में मायूसी का माहौल पैदा हो गया, वहीं गौरव स्वरूप समर्थकों समेत वैश्य समाज में हर्ष की लहर दौउ गई। सभी ने पार्टी हाईकमा के इस निर्णय का समर्थन किया, वहीं नगराध्यक्ष के पद पर पार्टी द्वारा संस्पेंस रखा गया है।